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हमारी भी सुनो monday march 5 2012 अफवाहों और चकल्लसी पर विराम 5 मार्च २०१२ फैजाबाद कल सुबह कि तस्वीर क्या होगी सोच कर बड़े बड़े महारथी आज रतजगा करने कि तैयारी में लगे हैं हर तरह के एक्जिट पोल अपने आं tuesday july 6 2010 शहर ए अमन अजीब मंज़र है शहर ए अमन का जब होता है दर्द ग़ज़ल कहते हैं ये हमारी ख़ामोशी कमजोरी नहीं बेसबब हमें शोलों को लफ़्ज़ों में पिरोने का हुनर आता है 5 comments sunday june 20 2010 पत्रकारिता देश की आवाज़ या पूंजीपतियों का रक्षा कवच वास्तिवकता चाहे जो रही हो देश के इतिहास में संविधान में सुनहरे दीपक से निकलती इसके प्रकाश की किरने अब कुंद हो चुकी हैं बात ज्यादा पुरानी न 3 comments monday april 12 2010 राहुल का नया पैंतरा बसपा की जड़ में मट्ठा अभी दिसंबर की बात है जब राहुल अम्बेडकरनगर में एक रैली को संबोधित करने आये थे मैंने तभी लिखा था माया के किले में युवराज की सेंध इसक 3 comments monday february 22 2010 अनंत अंत अनंत अंत को तलाश करते हुए एक ऐसे पथ पर चल रहा हूँ जहाँ दूर दूर तक फैला अन्धकार है मुझे लगा ये मेरा वहम है लेकिन इस अंधकार से बाहर निकलने का 5 comments thursday january 7 2010 देश के दाद खाज काफी दिनों के बाद कुछ लिख रहा हूँ इसके लिए क्षमा चाहूँगा अभी हल ही में पेट्रोलियम राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने एक व्यक्तव्य दिया की २५ 3 comments monday december 7 2009 माया के किले में युवराज की सेंध कल कांग्रेस के युवराज अम्बेडकर नगर अकबरपुर के दौरे पर आ रहे हैं यहाँ हम फिर से ऐसे किसी विवाद के लिए तैयार हैं जब वो किसी दलित के घर अपनी 2 comments home view web version about me गुफरान सिद्दीकी view my complete profile powered by blogger
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